प्रधानमंत्री जी पश्चिम बंगाल में गरीबों के कल्याण के लिए कटिबद्ध हैं : जगत प्रकाश नड्डा

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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने 25 फरवरी को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में भाजपा के “लोक्खो सोनार बांग्ला” अभियान के तहत बुद्धिजीवी वर्ग के एक सम्मेलन को संबोधित किया और प्रबुद्ध जनों से सोनार बांग्ला के निर्माण के भाजपा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सहयोग का आह्वान किया। इससे पहले माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने आनंदपुरी कालीबाड़ी मंदिर में पूजा-अर्चना की। वे बंगाली साहित्य के कालजयी साहित्यकार श्रद्धेय बिभूतिभूषण बंदोपाध्याय जी के पैतृक गृह भी गए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने आज पश्चिम बंगाल स्टेट आर्म्ड पुलिस हेडक्वार्टर्स में अमर स्वतंत्रता सेनानी शहीद मंगल पांडे स्तंभ पर श्रद्धा-सुमन भी अर्पित किये। बुद्धिजीवी वर्ग सम्मेलन में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष श्री दिलीप घोष, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं पश्चिम बंगाल के प्रभारी श्री कैलाश विजयवर्गीय, सह-प्रभारी श्री अरविंद मेनन और श्री अमित मालवीय सहित कई वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी एवं बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी उपस्थित थे।

श्री नड्डा ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने विगत छः वर्षों में भारत में राजनीति की परिभाषा को बदल कर रख दिया है। उन्होंने पहले के करप्शन की संस्कृति के सामने सेवा, जन-कल्याण और विकास की संस्कृति को स्थापित किया है। वे विकास के हर क्षेत्र में नया आयाम स्थापित कर रहे हैं और इस कार्यसंस्कृति को वे पूरे देश में लागू करना चाहते हैं। 

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पश्चिम बंगाल में देश और दुनिया को रास्ता दिखाने का और नेतृत्व करने का सामर्थ्य है लेकिन यहाँ अंधकार भी दिखाई देता है कि इस प्रदेश की सत्ता में 30-40 साल तक शासन करने वाले लोगों ने पश्चिम बंगाल को विकास की दौड़ में पीछे धकेल दिया। जो पश्चिम बंगाल अपनी संस्कृति, अस्मिता, कला, साहित्य और अर्थव्यवस्था के मजबूत स्तंभ के रूप में जाना जाता था, आज वह इन सभी क्षेत्रों में कहीं पीछे हो गया है क्योंकि पश्चिम बंगाल की सरकारों ने पश्चिम बंगाल के पोटेंशियल को जाया कर दिया। श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद दिल्ली से पश्चिम बंगाल में विकास को गति देने की एक सार्थक पहल शुरू हुई चाहे वह ईस्ट कॉरिडोर का निर्माण हो, ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर हो, तीन सोलर प्रोजेक्ट्स हो, राजमार्गों का निर्माण हो या फिर माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा फरवरी माह में पश्चिम बंगाल में 7,700 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारंभ। इतना ही नहीं, चाय बागानों में काम करने वाली महिला वर्कर्स के कल्याण के लिए भी इस बार के आम बजट में 1,000 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।

श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी पश्चिम बंगाल में गरीबों के कल्याण एवं उनके जीवन के उत्थान के लिए कटिबद्ध हैं लेकिन राज्य की तृणमूल सरकार गरीब कल्याण योजनाओं को गरीब जनता तक पहुँचने नहीं दे रही, इसके मार्ग में बाधाएं खड़ी कर रही हैं चाहे आयुष्मान भारत हो, किसान सम्मान निधि हो, अम्फान राहत हो या कोरोना काल में गरीब लोगों के लिए मुफ्त अनाज पहुंचाने की योजना हो।

तृणमूल सरकार पर हमला करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ममता बनर्जी जी ने पश्चिम बंगाल में ये कैसी स्थिति उत्पन्न कर दी है कि वह यहाँ पर दुर्गा पूजा और सरस्वती पूजा नहीं मनाने देती। जो मनाने की कोशिश करते हैं, उस पर तृणमूल सरकार केस डाल देती है। पिछले वर्ष 05 अगस्त को अयोध्या में माननीय प्रधानमंत्री जी ने बहुप्रतीक्षित श्रीराम जन्मभूमि पर बनने वाले भव्य मंदिर का शिलान्यास किया लेकिन ममता बनर्जी जी ने श्रीराम मंदिर के शिलान्यास के दिन पश्चिम बंगाल में कर्फ्यू लगा दिया जबकि मुहर्रम में कर्फ्यू उठा ली गई। मुहर्रम से कर्फ्यू उठाने में हमें कोई आपत्ति नहीं लेकिन राम मंदिर के शिलान्यास के दिन कर्फ्यू क्यों?

श्री नड्डा ने कहा कि ममता बनर्जी ने कल कहा कि पश्चिम बंगाल में लोगों को फ्री कोविड वैक्सीन लगाने की व्यवस्था करनी होगी। ममता दीदी, पूरी दुनिया में कोविड के खिलाफ निर्णायक लड़ाई यदि किसी ने लड़ी है और पूरी दुनिया को इसका सामने करने का रास्ता दिखाया है तो वे हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी हैं। उन्होंने समय पर लॉकडाउन और अनलॉक का निर्णय लेकर देशवासियों को कोरोना से सुरक्षित किया। इतना ही नहीं, उन्हीं की प्रेरणा से देश हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर में मजबूत हुआ और आज हमारे रिकवरी रेट सबसे अधिक है और मृत्यु दर सबसे कम। माननीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में देश के महान वैज्ञानिकों ने एक नहीं, बल्कि दो-दो बेस्ट कोविड वैक्सीन का आविष्कार किया और आज देश में टीकाकरण अभियान जोरों पर है जो दुनिया सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने पहले ही एक मार्च से 60 साल से अधिक उम्र वाले और दूसरी बीमारियों से ग्रसित 45 वर्ष से ऊपर की उम्र वाले लोगों के लिए देश भर में 10 हजार केंद्रों पर मुफ्त टीकाकरण की व्यवस्था कर दी है। लेकिन ममता दीदी, अभी तो पश्चिम बंगाल में आयुष्मान भारत का भी टीका लगेगा, किसान सम्मान निधि का भी टीका लगेगा। टोलाबाजी, चावल चोर और तिरपाल चोर के विरुद्ध भी टीका लगेगा। सब टीका लगेगा, कोई छूटेगा नहीं।    

भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ममता बनर्जी जी कभी दीदी बन जाती हैं तो कभी बेटी बन जाती हैं। हमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन क्यों पश्चिम बंगाल में बहनें और बेटियाँ सुरक्षित नहीं हैं? पश्चिम बंगाल की जनता आपसे जवाब मांगती है। रिपोर्टों के अनुसार, आज सबसे ज्यादा महिलाओं के खिलाफ अपराध पश्चिम बंगाल में हो रहे हैं, यहाँ एसिड अटैक की घटनाएं हो रही हैं, सबसे ज्यादा डोमेस्टिक वायलेंस के मामले यहाँ से आ रहे हैं, ह्यूमन ट्रेफिकिंग के मामले आ रहे हैं लेकिन ममता दीदी को इनकी चिंता नहीं है। हमारे 130 कार्यकर्ताओं की नृशंस हत्या कर दी गई, क्या उनकी माँ की कोख सूनी नहीं हुई, क्या बहनों से उनका भाई नहीं छिना, क्या बेटियां अनाथ नहीं हुई? अब तो तृणमूल सरकार ने एनसीआरबी को अपराध के आंकड़े देने भी बंद कर दिए हैं। इतना ही नहीं, अम्फान तूफ़ान से पीड़ित लोगों के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी ने 2,708 करोड़ रुपये पश्चिम बंगाल को भेजे लेकिन ये भी तृणमूल कांग्रेस के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए। हाईकोर्ट ने इस संदर्भ में ऑडिट कराने के निर्देश दिए लेकिन ममता बनर्जी जी इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुँच गई कि इसका ऑडिट नहीं होने दिया जाएगा। ममता दीदी, आखिर इतना डर किसलिए? कोरोना काल में केंद्र की मोदी सरकार की ओर से देश भर के लगभग 80 करोड़ लोगों तक मुफ्त राशन पहुंचाया गया लेकिन पश्चिम बंगाल में गरीबों तक अनाज पहुँच नहीं पाया। यह अनाज तृणमूल पार्टी के कार्यकर्ताओं के घर से मिले।

श्री नड्डा ने कहा कि ऐसी भ्रष्टाचारी सरकार को घर बैठाना आवश्यक हो गया है, उन्हें आराम दीजिये और सोनार बांग्ला के लक्ष्य के प्रति समर्पित भारतीय जनता पार्टी को जनता की सेवा का काम दीजिये। ममता दीदी कभी स्कूटी पर घूमती हैं तो कभी पैदल घूमती हैं। चिंता मत कीजिये ममता दीदी, अब आपके पास घूमने के लिए समय ही समय होगा। उन्होंने कहा कि जब पश्चिम बंगाल के जन-जन को यह मालूम है कि चावल चोर कौन है, तिरपाल चौर कौन है, कट मनी कौन लेता है तो टीका तो लग कर रहेगा। मुझे यह नहीं मालूम कि ममता दीदी को और तृणमूल कांग्रेस के नेताओं को इतना गुस्सा क्यों आता है? कभी वे माननीय प्रधानमंत्री जी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग करते हैं तो कभी गृह मंत्री जी के खिलाफ और मेरे खिलाफ तो न जाने कितने अलंकार उनके पास हैं। ये पश्चिम बंगाल की संस्कृति नहीं हो सकती। हमें इस संस्कृति से पश्चिम बंगाल को मुक्त करना है।

माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि विकास एक समावेशी कंसेप्ट है लेकिन इसके लिए उचित वातावरण का निर्माण जरूरी है। जहां भ्रष्टाचार, कट मनी और सिंडिकेट कल्चर होगा, वहां निवेश कैसे आ सकता है? जहां क़ानून-व्यवस्था की स्थिति दयनीय हो तो वहां उद्योग-धंधे कैसे लग सकते हैं? जहां बम-बंदूक के कारखाने खुले हों, वहां शिक्षा समृद्ध कैसे हो सकती है? समावेशी विकास तभी संभव हो सकता है जब ईमानदार नेतृत्व, विकास के प्रति समर्पित पारदर्शी सरकार और जन-सेवा के लिए तत्पर सरकार हो और यह केवल और केवल माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ही कर सकती है।

श्री नड्डा ने कहा कि पश्चिम बंगाल के विकास के लिए ‘फ्री एंड फेयर’ एडमिनिस्ट्रेशन देना पड़ेगा, पुलिस को दवाब से मुक्त करना पडेगा और सिंडिकेट कल्चर को ख़त्म करना पड़ेगा, तभी पश्चिम बंगाल विकास के पथ पर आगे बढ़ पायेगा। इसके लिए डबल इंजन की सरकार जरूरी है।