उत्तर प्रदेश में भाजपा की राजनीतिक यात्रा : एक नजर (भाग 3)

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त्तर प्रदेश ने जनसंघ और भाजपा की राजनीतिक यात्रा को मजबूती देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। 1980 में अपनी शुरुआत से लेकर वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में ऐतिहासिक जीत तक, उत्तर प्रदेश में भाजपा का उदय अभूतपूर्व रहा है। उत्तर प्रदेश में जब भी भाजपा की सरकार बनी, चाहे 1990 के दशक में श्री कल्याण सिंह, श्री राम प्रकाश गुप्ता के नेतृत्व वाली या 21वीं सदी की शुरुआत के बाद श्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व वाली या मौजूदा योगी आदित्यनाथ सरकार, सभी भाजपा सरकारों ने कानून का शासन स्थापित किया है; तेजी से विकास सुनिश्चित किया है, बड़े सुधार किये है और नागरिकों के कल्याण के लिए काम किया है। उत्तर प्रदेश में लोक कल्याणकारी नीतियों और बेहतर शासन व्यवस्था ने भाजपा को एक अलग राजनीतिक ताकत बना दिया है। इसी के साथ भाजपा राज्य और अन्य प्रांतों के लोगों का दिल भी जीतने में कामयाब रही है। उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकारों के ‘राष्ट्र प्रथम और स्वयं अंतिम’ वाले आदर्श वाक्य को लगातार नागरिकों का अटूट समर्थन मिलता रहा है।

श्री कल्याण सिंह के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में पहली बार जून, 1991 से दिसंबर, 1992 तक और दूसरी बार सितंबर, 1997 से फरवरी, 1998 तक भाजपा सरकार के उदय ने सुशासन और कल्याणकारी उपायों को लेकर आम धारणा को बदलने का काम किया। श्री कल्याण सिंह ने प्रशासन को कुशलतापूर्वक चलाने का प्रयास किया और वह राज्य में वर्तमान भाजपा सरकार की प्रेरणा रहे, जिन्होंने समाज के पिछड़े और कमजोर वर्ग को सशक्त बनाकर उत्तर प्रदेश की राजनीति को काफी हद तक पुनर्परिभाषित किया। उन्होंने ओबीसी और अनुसूचित जाति के अंदर मौजूद अति पिछड़े वर्गों को सरकारी नौकरियों में युक्तिसंगत आरक्षण देने का प्रयास किया, ताकि आरक्षण का लाभ समाज के सबसे निचले तबके तक पहुंच सके।

श्री राम प्रकाश गुप्ता कुछ समय के लिए 12 नवंबर 1999 से 28 अक्टूबर, 2000 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और अपने कार्यकाल में उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में रचनात्मक सुधार और राज्य के समग्र विकास के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये।

वर्ष 2000 में श्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने भी राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया। विज्ञान विषयों का आधुनिकीकरण और वैदिक गणित को पाठ्यक्रम में शामिल करना उनकी कुछ उल्लेखनीय उपलब्धियां थीं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के विकास में अमिट योगदान दिया है।

इसके विपरीत कांग्रेस, सपा और बसपा शासन के दौरान उत्तर प्रदेश एक बीमारू राज्य में बदल गया, जो भ्रष्टाचार, अराजकता, अपराध, भाई-भतीजावाद, गुंडागर्दी और आतंकवाद के लिए बदनाम था। कनेक्टिविटी की कमी के कारण उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए राजधानी लखनऊ तक पहुंचना भी काफी मुश्किल काम था तथा विकास कुछ मुख्यमंत्रियों के पैतृक इलाकों तक ही सीमित था। अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली सपा सरकार में राज्य की कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब थी और राज्य में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार, अपराधिक घटनाएं, सांप्रदायिक उन्माद और विकास की सुस्त चाल ने लोगों को परेशान कर दिया था।

2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के बहुआयामी विकास का बीड़ा उठाया और इतिहास रच दिया। योगी आदित्यनाथ सरकार ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया और राज्य में सुशासन स्थापित किया है। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ भाजपा के पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने पूरे पांच साल शासन किया। योगी आदित्यनाथ राज्य के प्रति लोगों की धारणा बदलने में सफल रहे हैं और इसे विकास, विश्वास और सुशासन के पथ पर आगे ले गये। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के बीच लंबे समय से चले आ रहे इस अंधविश्वास को भी तोड़ा, जिसके तहत सभी मुख्यमंत्री आर्थिक केंद्र नोएडा का दौरा करने में कतराते थे, योगी आदित्यनाथ ने कई बार नोएडा का दौरा किया और राज्य की विकास यात्रा को गति देने के लिए यहां सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का मार्ग प्रशस्त किया। अब भाजपा के सुरक्षित शासन में उत्तर प्रदेश निवेश के विभिन्न अवसरों को आकर्षित कर रहा है। इससे पहले राज्य ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ की राष्ट्रीय रैंकिंग में 14वें स्थान पर था, लेकिन अब यह दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। राज्य ने पिछले 56 महीनों में 3 लाख करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित किया है और निर्यात के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है।

भाजपा सरकार ने आम लोगों, महिलाओं और कारोबारियों के लिए सुरक्षा का माहौल बनाया है। राज्य प्रशासन ने अपराधियों की 1,800 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की है और अवैध अतिक्रमणों को ध्वस्त किया। राज्य प्रशासन अब कानून के दायरे में रहते हुए अपराधियों और माफियाओं से सख्ती से निपट रहा है। प्रशासन की इस कार्रवाई में जाति और धर्म को ढाल नहीं बनाया जाता है। भाजपा सरकार के शासन में पिछले पांच सालों में आतंकवादी वारदातें, दंगे और माफियाओं की अवैध कार्रवाई बीते दिनों की बात हो गई है।

भाजपा के सुरक्षित शासन में उत्तर प्रदेश निवेश के विभिन्न अवसरों को आकर्षित कर रहा है। इससे पहले राज्य ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ की राष्ट्रीय रैंकिंग में 14वें स्थान पर था, लेकिन अब यह दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। राज्य ने पिछले 56 महीनों में 3 लाख करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित किया है और निर्यात के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरा है

उत्तर प्रदेश राज्य जिसे पहले देश के विकास में एक रोड़ा माना जाता था, ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी मार्गदर्शन और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में चुनौतियों को अवसरों में बदला है और अब भारत की विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राज्य प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना और सौभाग्य योजना जैसी केंद्रीय योजनाओं के कार्यान्वयन में अग्रणी बन गया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2017 में सत्ता में आने के बाद भाजपा सरकार ने समाज के आर्थिक रूप से कमजोर 42 लाख लोगों को घर दिए। राज्य ने डीबीटी योजना के तहत नागरिकों के अकाउंट में 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक का हस्तांतरण किया है। साथ ही, पिछले 56 महीनों में राज्य के लगभग 4.5 लाख युवाओं को रोजगार भी मिला है।

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कानून व्यवस्था में बड़ा सुधार सुशासन का एक और उल्लेखनीय उपलब्धि है। सरकार ने कानून-व्यवस्था को सुधारने के लिए कई अभियान चलाए हैं। 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि “अपराधी या तो अपना रास्ता बदल लें या उत्तर प्रदेश छोड़ दें” और इसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए कई गिरफ्तारियों और मुठभेड़ों को अंजाम दिया। नवंबर, 2021 में जारी एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात सामने आई कि उत्तर प्रदेश गैंगस्टर एक्ट के तहत करीब 37,000 गिरफ्तारियां की गईं। इनमें से 11,000 कुख्यात अपराधी थे। अवैध बूचड़खानों को बंद करने से लेकर महिला सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो दस्ता बनाने तक, सभी कदम यूपी की कानून-व्यवस्था की स्थिति को सुधारने के लिए भाजपा सरकार की प्रतिबद्धता दर्शाते हैं।

देखा जाएं तो अतीत में कुछ दलों ने किसानों का सहारा लेकर अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास तो किया, लेकिन किसी भी दल ने किसानों की बुनियादी समस्याओं जैसे- बिजली की उपलब्धता, पानी की आपूर्ति, बाजार से जुड़ाव, सरकारी खरीद और उनके बकाया का समय पर भुगतान करने का कोई ठोस प्रयास नहीं किया। भाजपा सरकार ने लंबे समय से चली आ रही किसानों की इन समस्याओं के समाधान के लिए गंभीर प्रयास किए। योगी सरकार ने ‘पीएम किसान सम्मान निधि’ के तहत किसानों के बैंक खातों में 1,62,000 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। इसी तरह एमएसपी, लाभकारी मूल्य और चीनी मिलों को पुनर्जीवित करके भाजपा सरकार ने गन्ना किसानों के लिए अभूतपूर्व काम किया। गरीब, पिछड़े वर्ग और दलितों को सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नीतियां बनायी, जिनका असर अब दिखने लगा है।

महिलाओं को खुले में शौच के अपमान से मुक्ति दिलाने के लिए भाजपा सरकार ने ‘स्वच्छ भारत योजना’ के तहत राज्य में दो करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया है। ऐसे ही पीएम आवास योजना के तहत 34 लाख से अधिक पक्के घर बनाए हैं और गरीब लाभार्थियों को गैस कनेक्शन भी दिए हैं।
स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार प्रदेश के पिछड़े क्षेत्र बुंदेलखंड पर सरकार ने विशेष ध्यान दिया। बारहमासी पानी की समस्या को हल करने से लेकर डिफेंस कॉरिडोर और मजबूत सड़क नेटवर्क जैसे कई कदम उठाये गये, सरकार पलायन को रोकने और इस क्षेत्र को रोजगार के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का निर्माण तेज गति से शुरू किया जा चुका है। ये बुनियादी ढांचे राज्य की अर्थव्यवस्था को नई गति देंगे और एक नए उत्तर प्रदेश के निर्माण में मदद करेंगे।

उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार को भी कोरोना महामारी के दौरान अपने उत्कृष्ट कार्य के लिए सराहना मिली है। केरल जैसे छोटे राज्यों की तुलना में राज्य में मृत्यु दर बेहद कम रही। राज्य ने तेजी से टीकाकरण अभियान चलाया और यह भी सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि कोई भी गरीब ‘पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना’ के तहत मिलने वाले मुफ्त राशन से वंचित रहकर भूखा न सोए। महामारी के दौरान श्रमिकों तथा छात्रों की आवाजाही और भोजन वितरण के सुचारू प्रबंधन को सुनिश्चित किया गया। योगी सरकार के अनुकरणीय कार्य ने देश में उत्तर प्रदेश को लेकर बनीं नकारात्मक धारणा को बदलने का काम किया।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सुचारू कार्यान्वयन कर अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर या निर्मल गंगा अभियान तक योगी सरकार के कार्य स्वयं इसकी सफलता की कहानी बयान करते हैं। यह वही राज्य है जहां पहले दंगों का चलन था, लेकिन पिछले पांच वर्षों में राज्य सांप्रदायिक हिंसा से मुक्त रहा, जो पार्टी के संस्थापकों के सपनों के अनुरूप है। उत्तर प्रदेश ने पिछले पांच वर्षों में लगभग सभी मोर्चों पर शानदार सफलता हासिल की है और विधानसभा चुनावों के बीच राज्य में भाजपा को समाज के सभी वर्गों का भारी समर्थन और आशीर्वाद मिल रहा है।
(समाप्त)

राम प्रसाद त्रिपाठी