हमें सेवा भाव से बूथ के लोगों से संपर्क स्थापित करना चाहिए : नरेन्द्र मोदी

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‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’, भोपाल (मध्य प्रदेश)

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 27 जून, 2023 को भोपाल (मध्य प्रदेश) के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम (लाल परेड मैदान) के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में भाजपा द्वारा आयोजित राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया और मध्यप्रदेश के 64,100 बूथ सहित देश भर के 543 लोकसभाओं के लगभग 10 लाख बूथों पर उपस्थित पार्टी के बूथ कार्यकर्ताओं के साथ डिजिटली संवाद किया। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्रीजी का स्वागत किया। कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री वी.डी. शर्मा सहित पार्टी के कई वरिष्ठ नेता, मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री तथा अल्पकालीन विस्तारक के रूप में निकल रहे पार्टी के हजारों कार्यकर्ता उपस्थित थे

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मेरा बूथ, सबसे मजबूत’ कार्यक्रम में कहा कि आज मैं एक साथ बूथ पर काम करने वाले 10 लाख कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहा हूं। शायद किसी भी राजनीतिक दल के इतिहास में ग्रास रूट लेवल पर व्यवस्थित तरीके से इतना बड़ा कार्यक्रम कभी नहीं हुआ होगा, जितना बड़ा आज यहां हो रहा है। भाजपा की सबसे बड़ी ताकत आप सभी कार्यकर्ता हैं। आप सिर्फ दल ही नहीं, देश के संकल्पों की सिद्धि के भी सिपाही हैं। भाजपा के हर कार्यकर्ता के लिए देशहित सर्वोपरि है, दल से बड़ा देश है।

हमें गरीब को मुसीबत से मुक्त करना है

मध्य प्रदेश के दमोह से पार्टी कार्यकर्ता श्रीराम पटेल के प्रश्न के उत्तर में प्रधानमंत्रीजी ने कहा कि बूथ अपने आप में बहुत बड़ी इकाई है। हम भाजपा के कार्यकर्ता एसी (AC) में बैठक नहीं करते हैं, बल्कि गांव-गांव जाकर हर मौसम में जनता के बीच खुद को खपाते हैं। बूथ के लिए तू-तू, मैं-मैं नहीं बल्कि सेवा भाव से पहचान होनी चाहिए। लोगों को जो काम छोटे लगते हैं, वो बहुत उपयोगी होते हैं। हमें सेवा भाव से बूथ के लोगों से संपर्क स्थापित करना चाहिए और उनके सुख-दुःख में काम आना चाहिए।
आंध्र प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ता श्रीसाला रामकृष्णा के प्रश्न के जवाब में प्रधानमंत्रीजी ने कहा कि कार्यकर्ता के दिल में और ज्यादा काम करने की भूख होना बड़ी ताकत की बात है। भारत विकसित तभी होगा, जब गांव विकसित होगा। इसके लिए हमें गांव से काम करना होगा। लोगों को बैंकों से मदद कैसे दिलवाएं। उनको आर्थिक सहायता  कैसे मिलती है, ये बताएं। भारत में बच्चे स्कूल छोड़ देते हैं, लेकिन भाजपा कार्यकर्ता ये सोचें कि मेरे बूथ पर कोई बच्चा ड्रॉप-आउट नहीं होगा। हमें इसके बारे में सोचना चाहिए कि हम गांव के अंदर कुपोषण कैसे मिटा सकते हैं। हम जन्मदिन आंगनबाड़ी में मना सकते हैं, पुण्यतिथि आंगनबाड़ी में मना सकते हैं, शादी की सालगिरह आंगनबाड़ी में मना सकते हैं। घर से कुछ अच्छा बनाकर आंगनबाड़ी में ला सकते हैं और बच्चों को खिला सकते हैं। इससे आपको आनंद भी आएगा और इन बच्चों का कुपोषण भी कम होगा।

हमें ध्यान रखना चाहिए कि हमें गरीब को मुसीबत से मुक्त करना है। हमारा लक्ष्य किसी एक योजना का लाभ देना नहीं, बल्कि सभी का लाभ देने का है जिसके वो वो हकदार हैं

सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने के संबंध में बिहार से पार्टी कार्यकर्ता रिपु सिंह के एक प्रश्न का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमें ध्यान रखना चाहिए कि हमें गरीब को मुसीबत से मुक्त करना है। हमारा लक्ष्य किसी एक योजना का लाभ देना नहीं, बल्कि सभी का लाभ देने का है जिसके वो वो हकदार हैं। योजनाओं की जानकारी देने के लिए सोशल मीडिया पर गांव का, बूथ का ग्रुप बना सकते हैं। नमो ऐप पर अनेक योजनाओं की जानकारी उन्हें दे सकते हैं।

जब सबका भला होगा, तो देश आगे बढ़ेगा

प्रधानमंत्रीजी ने उत्तराखंड से पार्टी कार्यकर्ता हिमानी वैष्णव के तुष्टीकरण और संतुष्टीकरण से संबंधित प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि एक तरफ वे लोग जो तुष्टीकरण करके अपने स्वार्थ के लिए छोटे-छोटे कुनबे दूसरों के खिलाफ खड़े कर देते हैं, दूसरी तरफ हम भाजपा के लोग हैं, हमारे संस्कार अलग हैं, हमारे संकल्प बड़े हैं। हमारी प्राथमिकता दल से पहले देश की है। जब देश का भला होगा, तो सबका भला होगा। जब सबका भला होगा, तो देश आगे बढ़ेगा। इसलिए भाजपा ने तय किया है कि हमें तुष्टीकरण के रास्ते पर नहीं चलना है। हम मानते हैं कि देश का भला करने का रास्ता तुष्टीकरण नहीं है, तुष्टीकरण नहीं है, तुष्टीकरण नहीं है… सही रास्ता है संतुष्टीकरण, संतुष्टीकरण, संतुष्टीकरण। आज देश में जहां भी भाजपा की सरकारें हैं, वहां हम संतुष्टीकरण में लगे हैं।

‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से काम

उत्तर प्रदेश से पार्टी कार्यकर्ता रानी चौरसिया के तीन तलाक, यूनिफॉर्म सिविल कोड और वोटबैंक की राजनीति के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में श्री मोदी ने कहा कि जो तीन तलाक की वकालत करते हैं, वे लोग मुस्लिम बेटियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय कर रहे हैं। तीन तलाक से पूरा परिवार तबाह हो जाता है। तीन तलाक का इस्लाम से संबंध होता तो दुनिया के मुस्लिम बहुल्य देश इसे खत्म नहीं करते। मिस्र में 90% से ज्यादा सुन्नी मुस्लिम हैं। आज से 80-90 साल पहले वहां तीन तलाक की प्रथा समाप्त हो चुकी है। अगर तीन तलाक इस्लाम का जरूरी अंग है, तो पाकिस्तान, इंडोनेशिया, कतर, जॉर्डन, सीरिया, बांग्लादेश में क्यों नहीं है। मुस्लिम बेटियों पर तीन तलाक का फंदा लटकाकर कुछ लोग उन पर हमेशा अत्याचार करने की खुली छूट चाहते हैं। यही लोग तीन तलाक का समर्थन भी करते हैं। मैं जानता हूं, इसीलिए ही मेरी मुस्लिम बहनें, बेटियां भाजपा और मोदी के साथ खड़ी हैं।

उन्होंने कहा कि यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर लोगों को भड़काने का काम हो रहा है। एक घर में परिवार के एक सदस्य के लिए एक कानून हो, परिवार के दूसरे सदस्य के लिए दूसरा कानून हो, तो क्या वो घर चल पाएगा? फिर ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पाएगा? सुप्रीम कोर्ट भी कॉमन सिविल कोड लाये जाने की बात करती है। प्रधानमंत्रीजी ने पसमांदा मुसलमान भाई-बहनों की स्थिति पर भी चिंता जताई और कहा कि भाजपा देश के हर नागरिक के लिए ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से काम कर रही है। आज सभी पसमांदा भाइयों को भी सरकार की हर योजना का लाभ मिल रहा है। भाजपा के कार्यकर्ता जब इन तथ्यों और तर्कों के साथ मुसलमान भाई-बहनों के पास जाएंगे, तो उन्हें ज्यादा बेहतर तरीके से समझाएंगे और उनका भ्रम भी दूर होगा।

बौखलाए हुए हैं विपक्षी दल

विपक्ष के एकजुट होने को लेकर गुजरात से पार्टी कार्यकर्ता हेजल जानी द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के जवाब में प्रधानमंत्रीजी ने कहा कि भाजपा के घोर विरोधी दलों में, दोनों चुनाव (2014 और 2019) में इतनी

जिसने गरीब को लूटा है, जिसने देश को लूटा है, उसका हिसाब होकर रहेगा। आज जब कानून का डंडा चल रहा है, जब जेल की सलाखें सामने दिख रही हैं, तब जाकर जुगलबंदी हो रही है। इनका कॉमन मिनिमम प्रोग्राम भ्रष्टाचार के खिलाफ होने वाले एक्शन से बचने का ही है

छटपटाहट नहीं दिखी, जितनी आज दिख रही है। विपक्षी दलों की घबराहट और उनकी हरकतों से साफ है कि देश की जनता ने 2024 की चुनाव में भाजपा को वापस लाने का मन बना लिया है। 2024 में फिर एक बार भाजपा की प्रचंड विजय तय है। इसी वजह से ये सारे विपक्षी दल बौखलाए हुए हैं।

उन्होंने कहा कि आजकल एक नया शब्द बहुत पॉपुलर किया जा रहा है। वो शब्द है गारंटी। ये सारे विपक्षी दल भ्रष्टाचार और घोटालों की गारंटी हैं। कुछ दिन पहले इसका फोटो सेशन का कार्यक्रम हुआ था। इनमें शामिल होने वाले दलों को देखेंगे तो पता चलेगा कि वो सब मिलकर के कम से कम कुल 20 लाख करोड़ रुपये के घोटाले की गारंटी है। अकेले कांग्रेस का घोटाला ही लाखों-करोड़ों का है। 1.86 लाख करोड़ रुपये का कोयला घोटाला। 1.74 लाख करोड़ रुपये का टूजी घोटाला। 70 हजार करोड़ रुपये का कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला। 10 हजार करोड़ रुपये का मनरेगा घोटाला। हेलीकॉप्टर से लेकर सबमरीन तक कोई ऐसा क्षेत्र नहीं है जहां कांग्रेस के घोटाले का हाथ नहीं पहुंचा हो। आरजेडी पर हजारों करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है। चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला, पशुपालन शेड घोटाला, बाढ़ राहत घोटाला, आरजेडी के घोटालों की इतनी लंबी सूची है कि अदालतें भी थक गईं। एक के बाद एक सजा घोषित करती जा रही हैं। डीएमके पर अवैध तरीके से 1.25 लाख करोड़ रुपये की संपति बनाने का आरोप है। टीएमसी पर भी 23 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के घोटाले का आरोप हैं। रोज वैली घोटाला, शारदा घोटाला, शिक्षक भर्ती घोटला, गो-तस्करी घोटाला, कोयला तस्करी घोटाला, बंगाल के लोग इन घोटालों को कभी भूल नहीं सकते हैं। एनसीपी पर करीब-करीब 70 हजार करोड़ रुपये के घोटालों का आरोप है। महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक घोटाला, महाराष्ट्र सिंचाई घोटाला, अवैध खनन घोटाला, इनकी लिस्ट भी बहुत लंबी है। इन पार्टियों के घोटालों का मीटर कभी डाउन ही नहीं होता है।

मैं तो कहूंगा कि भाजपा के किसी कार्यकर्ता को कोशिश करनी चाहिए कि इन पार्टियों का घोटाला मीटर बनाने की। आपलोग इनोवेटिव हो, एक बढ़िया घोटाला मीटर बना दीजिए। इन पार्टियों के पास घोटालों का ही अनुभव है।

विपक्ष पर जोरदार हमला करते हुए प्रधानमंत्रीजी ने कहा कि अगर इन विपक्षी पार्टियों की घोटाले की गारंटी है, तो मोदी की भी एक गारंटी है। मेरी गारंटी है कि हर घोटालेबाज पर कार्रवाई की गारंटी। हर चोर-लुटेरे पर कार्रवाई की गारंटी। जिसने गरीब को लूटा है, जिसने देश को लूटा है, उसका हिसाब होकर रहेगा। आज जब कानून का डंडा चल रहा है, जब जेल की सलाखें सामने दिख रही हैं, तब जाकर जुगलबंदी हो रही है। इनका कॉमन मिनिमम प्रोग्राम भ्रष्टाचार के खिलाफ होने वाले एक्शन से बचने का ही है।

श्री मोदी ने जनता से अपील करते हुए कहा कि आपको गांधी परिवार के बेटे-बेटी का विकास करना हो तो कांग्रेस को वोट दीजिए। आपको मुलायम सिंहजी के बेटे का भला करना है तो समाजवादी पार्टी को वोट दीजिए। अगर आप लालू परिवार के बेटे-बेटियों का भला करना चाहते हो तो आरजेडी को वोट दीजिए। आपको शरद पवार की बेटी का भला करना हो तो एनसीपी को वोट दीजिए। आपको अब्दुल्ला परिवार के बेटे का भला करना हो तो नेशनल कांफ्रेंस को वोट दीजिए। आपको करुणानिधि के पोते-पोतियों का भला करना हो तो डीएमके को वोट दीजिए। आपको के चंद्रशेखर रावजी की बेटी का भला करना हो तो बीआरएस को वोट दीजिए। लेकिन मेरी बात ध्यान से सुनिएगा, अगर आपको अपने बेटे, अपनी बेटी, अपने पोते-पोती, अपने नाती-नातिन और अपने परिवार के बच्चों का भला करना है तो वोट भाजपा को दीजिए।

महंगाई दर नियंत्रण में

राजस्थान से रचित कछवा ने प्रश्न पूछा कि हमारी सरकार की गरीब कल्याण नीतियों के कारण लोगों को

कई योजनाओं में बचत हो रही है। हम इसे कैसे लोगों तक लेकर जाएं। इसके उत्तर में प्रधानमंत्रीजी ने कहा कि आज भारत दुनिया के उन देशों में है जहां विकास बहुत तेज गति से हो रहा है और महंगाई दर नियंत्रण में है। कोरोना के बाद दुनिया के कितने ही देश ऐसे हैं जहां महंगाई में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पाकिस्तान में महंगाई दर 38% से ज्यादा है। श्रीलंका में 25% से ज्यादा है। बांग्लादेश में 10 प्रतिशत के आसपास है। भारत में ये 5% से भी कम है। कोरोना के खिलाफ इतने समय से चले आ रहे युद्ध के बावजूद भारत में हमने महंगाई को बेकाबू नहीं होने दिया।

किसान हो रहे हैं लाभान्वित

किसानों के लिए उठाये गए छत्तीसगढ़ से पार्टी कार्यकर्ता संजय सोढ़ी द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में प्रधानमंत्रीजी ने कहा कि कांग्रेस की एक ही नीति थी— पहले किसानों को संकट में पड़ने दो और फिर कर्ज माफी के नाम पर झूठ बोलकर वोट की फसल काटो। 10 साल की सरकार में कांग्रेस ने एक बार कुछ हजार करोड़ रुपये की कर्ज माफी का ऐलान किया लेकिन असली किसानों तक यह लाभ पहुंचा ही नहीं। कर्ज माफी के नाम पर राजनीति करते थे कांग्रेस वाले। भाजपा सरकार पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा सीधे किसानों के बैंक खाते में भेज रही है। इससे छोटे से छोटा किसान भी लाभान्वित हो रहा है। अभी तक इसके तहत सवा दो लाख करोड़ रुपए किसानों के खाते में जमा हो चुके हैं। लगभग 11 करोड़ किसान इस योजना के लाभार्थी हैं। भाजपा की सरकार ने किसानों पर महंगे यूरिया, महंगे फर्टिलाइजर का भी बोझ नहीं पड़ने दिया। इसके लिए सरकार ने 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक खर्च किया, ताकि किसान को फर्टिलाइजर सस्ता मिले।

उन्होंने कहा कि भारत बीते 9 वर्षों में 10वें स्थान की अर्थव्यवस्था से पांचवें नंबर की आर्थिक ताकत बन गया है। इसका मतलब यह है कि बीते 9 वर्षों में भारत और भारतीयों की कमाई बढ़ी है, समृद्धि में हिस्सेदारी बढ़ी है।

हमारा उम्मीदवार एक ही है और वह है ‘कमल’

प्रधानमंत्रीजी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सीट चाहे कोई भी हो, उम्मीदवार चाहे कोई भी हो, हमारा उम्मीदवार एक ही है और वह उम्मीदवार है कमल। कमल ही हमारा उम्मीदवार है। कमल से बड़ा कुछ नहीं है। हमारे लिए कमल ही सब कुछ है। जनता को यह भी लगे कि जहां कमल है, वहीं पर उसकी समस्याओं का हल भी है। आज जो यहां से ढाई हजार से ज्यादा कार्यकर्ता, हमारे अल्पकालीन विस्तारक, अलग-अलग राज्यों में जा रहे हैं, उन्हें भी इसका विशेष ध्यान रखना है। यह अभियान आपके लिए एक तपस्या से कम नहीं है। जिस गांव में आप जाएं, वहां के लोगों के साथ, वहां समाज के साथ उन्हीं की तरह जीवन जियें। न अलग रहें और न ही अलग दिखें।

श्री मोदी ने कहा कि मैं आज देश के प्रबुद्ध मतदाताओं का भी फिर से आभार व्यक्त करना चाहता हूं। आर्थिक हो या सामाजिक, देश आज निर्णायक फैसला इसलिए ले रहा है क्योंकि दशकों बाद देश ने एक मजबूत और स्थिर सरकार चुनी है। आज पूरी दुनिया में भारत को लेकर इतनी पॉजिटिविटी इसलिए है, क्योंकि यहां एक मजबूत सरकार है। आने वाले 25 साल यानी आजादी के अमृत काल में विकसित भारत के निर्माण के लिए यही स्थिरता, यही मजबूती हमारे लिए आवश्यक है। हमको इसे आगे बढ़ाना है।

‘कमल संदेश’ पढ़ें और इसे प्रसारित करें

बूथ की गतिविधियों के विस्तार और सामंजस्य पर पूछे एक प्रश्न का उत्तर देते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि बूथ स्वयं विभिन्न मुद्दों की पहचान करने के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में कार्य करता है। प्रधानमंत्रीजी ने ‘कमल संदेश’ का नाम लेते हुए कहा कि बूथ परिवर्तन के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम कर सकते हैं और बूथ कार्यकर्ताओं को परिवर्तन के अग्रदूत बनने के लिए पहल करनी चाहिए। बूथ शिक्षा और सूचना के प्रमुख केंद्र के रूप में काम कर सकते हैं, जहां सामूहिक रूप से समाचार पत्र और पत्रिका पढ़ने को बढ़ावा दिया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बूथ स्तर पर प्रत्येक कार्यकर्ता को ‘कमल संदेश’ जैसी हमारी पार्टी की पत्रिकाएं पढ़नी चाहिए और इसका अधिकतम उपयोग करने के लिए इसे अन्य लोगों के साथ साझा करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि ये बूथ जमीनी स्तर पर फीडबैक के लिए एक तंत्र के रूप में काम करते हैं। बूथों का ही महत्व है कि उज्ज्वला योजना को इतने बड़े पैमाने पर लागू किया जा सका, जिससे सभी को स्वच्छ खाना पकाने का ईंधन उपलब्ध हो सका। गांवों तक यूरिया के कुशल परिवहन को सक्षम करने के लिए वाहन पूलिंग भी एक ऐसी चीज है, जिसे बूथ स्तर पर लागू किया जा सकता है, जो कृषि से संबंधित विभिन्न मुद्दों के समाधान को बढ़ावा दे सकता है।