भारत की शक्ति इसकी विविधता में है : नरेन्द्र मोदी

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हमारे सफाईकर्मी भाई-बहन हों या फिर अलग-अलग क्षेत्रों के दिग्गज, ‘मन की बात’ ने सबको एक साथ लाने का काम किया है

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 28 मई को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 101वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने ‘युवासंगम’ पहल, जल संरक्षण व अनेक अभिनव प्रयोगों पर चर्चा की। साथ ही, श्री मोदी ने महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर, संत कबीरदास व देश के लोकप्रिय जननेता व फिल्मजगत की हस्ती एन.टी. रामाराव के बाते में भी बातें कीं।

श्री मोदी ने कहा कि इस बार ‘मन की बात’ का ये एपिसोड 2nd सेंचुरी का प्रारंभ है। पिछले महीने हम सभी ने इसकी स्पेशल सेंचुरी को सेलिब्रेट किया है। आपकी भागीदारी ही इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी ताकत है। 100वें एपिसोड के प्रसारण के समय एक प्रकार से पूरा देश एक सूत्र में बंध गया था। हमारे सफाईकर्मी भाई-बहन हों या फिर अलग-अलग क्षेत्रों के दिग्गज, ‘मन की बात’ ने सबको एक साथ लाने का काम किया है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत की शक्ति इसकी विविधता में है। हमारे देश में देखने के लिए बहुत कुछ है। इसी को देखते हुए शिक्षा मंत्रालय ने ‘युवासंगम’ नाम से एक बेहतरीन पहल की है। इस पहल का उद्देश्य लोगों से संबंध (People to People Connect) बढ़ाने के साथ ही देश के युवाओं को आपस में घुलने-मिलने का मौका देना।

उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों के उच्च शिक्षा संस्थानों को इससे जोड़ा गया है। ‘युवासंगम’ में युवा दूसरे राज्यों के शहरों और गावों में जाते हैं, उन्हें अलग-अलग तरह के लोगों के साथ मिलने का मौका मिलता है। युवासंगम के प्रथम चक्र में लगभग 1200 युवा देश के 22 राज्यों का दौरा कर चुके हैं। जो भी युवा इसका हिस्सा बने हैं, वे अपने साथ ऐसी यादें लेकर वापस लौट रहे हैं, जो जीवनभर उनके ह्रदय में बसी रहेंगी।

50 हजार से ज्यादा अमृत सरोवरों का हो चुका निर्माण

मन की बात के दौरान श्री मोदी ने कहा कि हम सबने एक कहावत कई बार सुनी होगी, बार-बार सुनी होगी— बिन पानी सब सून। बिना पानी जीवन पर संकट तो रहता ही है, व्यक्ति और देश का विकास भी ठप्प पड़ जाता है। भविष्य की इसी चुनौती को देखते हुए आज देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा रहा है। हमारे अमृत सरोवर इसलिए विशेष हैं, क्योंकि ये आजादी के अमृत काल में बन रहे हैं और इसमें लोगों का अमृत प्रयास लगा है। आपको जानकर अच्छा लगेगा कि अब तक 50 हजार से ज्यादा अमृत सरोवरों का निर्माण भी हो चुका है। ये जल संरक्षण की दिशा में बहुत बड़ा कदम है।

वीर सावरकर का विशाल व्यक्तित्व

श्री मोदी ने कहा कि आज 28 मई को महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर जी की जयंती है। उनके त्याग, साहस और संकल्प-शक्ति से जुड़ी गाथाएं आज भी हम सबको प्रेरित करती हैं। मैं वो दिन भूल नहीं सकता, जब मैं अंडमान में उस कोठरी में गया था जहां वीर सावरकर ने कालापानी की सजा काटी थी। वीर सावरकर का व्यक्तित्व दृढ़ता और विशालता से समाहित था। उनके निर्भीक और स्वाभिमानी स्वभाव को गुलामी की मानसिकता बिल्कुल भी रास नहीं आती थी। स्वतंत्रता आंदोलन ही नहीं, सामाजिक समानता और सामाजिक न्याय के लिए भी वीर सावरकर ने जितना कुछ किया उसे आज भी याद किया जाता है।

उन्होंने कहा कि कुछ दिन बाद 4 जून को संत कबीरदास जी की भी जयंती है। कबीरदास जी ने जो मार्ग हमें दिखाया है, वो आज भी उतना ही प्रासंगिक है। श्री मोदी ने कहा कि संत कबीर ने समाज को बांटने वाली हर कुप्रथा का विरोध किया, समाज को जागृत करने का प्रयास किया। आज, जब देश विकसित होने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है, तो हमें संत कबीर से प्रेरणा लेते हुए समाज को सशक्त करने के अपने प्रयास और बढ़ाने चाहिए।

साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अब मैं आपसे देश की एक ऐसी महान हस्ती के बारे में चर्चा करने जा रहा हूं, जिन्होंने राजनीति और फिल्म जगत में अपनी अद्भुत प्रतिभा के बल पर अमिट छाप छोड़ी। इस महान हस्ती का नाम है एन.टी. रामाराव, जिन्हें हम सभी एन.टी.आर के नाम से भी जानते हैं। आज एन.टी.आर की 100वीं जयंती है। अपनी बहुमुखी प्रतिभा के बल पर वो न सिर्फ तेलुगु सिनेमा के महानायक बने, बल्कि उन्होंने करोड़ों लोगों का दिल भी जीता।