एकता हमारी विलक्षणता रही है: नरेन्द्र मोदी

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प्रधानमंत्री की गुजरात यात्रा

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 30 अक्टूबर से 1 नवंबर तक गुजरात की यात्रा की। 30 अक्टूबर को श्री मोदी ने वडोदरा में सी-295 विमान विनिर्माण केंद्र की आधारशिला रखी। 31 अक्टूबर को वे केवड़िया गए और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद श्री मोदी ने राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में हिस्सा लिया। आरंभ 4.0 के समापन अवसर पर प्रधानमंत्री ने 97वें कॉमन फाउंडेशन कोर्स के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित किया। यहां से श्री मोदी बनासकांठा जिले पहुंचे, जहां पर उन्होंने थराद में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। अहमदाबाद में प्रधानमंत्री ने देश की प्रमुख रेल परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। श्री मोदी ने 1 नवंबर को गुजरात के पंचमहल के जंबुघोड़ा में अनेक विकास परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं और कई की आधारशिला रखी।

केवड़िया

प्रधानमंत्री राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह में हुए सम्मिलित

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की और राष्ट्रीय एकता दिवस से जुड़े कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। श्री मोदी ने वर्ष 2022 में एकता दिवस की महत्ता को रेखांकित किया, क्योंकि यह वह वर्ष है, जब हमने अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे किये हैं और हम नये संकल्पों के साथ आगे बढ़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि हर स्तर पर एकता जरूरी होती है, चाहे वह परिवार में हो, समाज या राष्ट्र में। श्री मोदी ने कहा कि यह भावना हर जगह 75,000 एकता दौड़ों के रूप में परिलक्षित हो रही है। उन्होंने कहा कि पूरा देश सरदार पटेल के दृढ़ संकल्प से प्रेरणा ग्रहण कर रहा है। हर नागरिक देश की एकता और ‘पंच-प्रण’ का संकल्प ले रहा है।

प्रधानमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि सरदार पटेल की जयंती और एकता दिवस हमारे लिये कैलेंडर की तारीखें नहीं हैं, वे भारत की सांस्कृतिक शक्ति का महोत्सव हैं। भारत के लिए एकता कभी मजबूरी नहीं रही, यह हमेशा हमारे देश की विशेषता रही है। एकता हमारी विलक्षणता रही है।

राष्ट्र की एकता को मजबूत करने की जिम्मेदारी हर नागरिक की है

श्री मोदी ने कहा कि एकता दिवस के अवसर पर मैं सरदार साहब द्वारा हमें सौंपे गये दायित्व को फिर से दोहराना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की एकता को मजबूत करने की जिम्मेदारी हर नागरिक की है और यह तभी संभव होगा, जब देश का हर नागरिक जिम्मेदारी की भावना के साथ कर्तव्यों का निर्वहन करेगा।

श्री मोदी ने कहा कि सरकारी योजनाएं बिना किसी भेदभाव के देश के हर व्यक्ति तक पहुंच रही हैं। उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि जिस तरह से सूरत, गुजरात के लोगों तक आसानी से मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध है, उसी तरह अरुणाचल प्रदेश के सियांग के लोगों को भी मुफ्त वैक्सीन उसी आसानी के साथ उपलब्ध है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान जैसे मेडिकल संस्थान अब केवल गोरखपुर में ही नहीं, बल्कि बिलासपुर, दरभंगा, गुवाहाटी, राजकोट और देश के अन्य भागों में भी मौजूद हैं।

उन्होंने कहा कि वैसे तो विभिन्न क्षेत्रों में भिन्न-भिन्न भाषाएं बोली जाती हैं, लेकिन सरकारी योजनाएं पंक्ति के अंतिम व्यक्ति को जोड़ते हुए भारत के हर भू-भाग तक पहुंच रही हैं।

मुख्य बातें
 पूरा देश सरदार पटेल के दृढ़ संकल्प से प्रेरणा ग्रहण कर रहा है
 सरदार पटेल की जयंती और एकता दिवस हमारे लिए कैलेंडर की तारीखें नहीं हैं, वे भारत की सांस्कृतिक शक्ति का महोत्सव हैं
 गुलामी की मानसिकता, स्वार्थ भाव, तुष्टीकरण, भाई-भतीजावाद, लालच और भ्रष्टाचार देश को विघटित तथा कमजोर कर सकते हैं
 हम एकता के अमृत से विघटनकारी जहर का मुकाबला कर सकते हैं
 बिना भेदभाव के अंतिम व्यक्ति को जोड़ते हुए सरकारी योजनाएं देश के हर कोने में पहुंच रही हैं
 अवसंरचना में अंतराल जितना कम होगा, एकता उतनी मजबूत होगी
 देश की एकता के लिए अपने अधिकारों का बलिदान करने वाले शाही परिवारों की कुर्बानियों के प्रति समर्पित एकता नगर में एक संग्रहालय बनाया जायेगा

मोरबी

प्रधानमंत्री ने मोरबी में हुई दुर्घटना में प्राण गंवानेवालों के प्रति गहरा दुःख व्यक्त किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 30 अक्टूबर को मोरबी में हुई दुर्घटना में प्राण गंवानेवालों के प्रति गहरा दुःख व्यक्त किया। दरअसल, मोरबी टाउन में मच्छु नदी पर अंग्रेजों के समय में बना सस्पेंशन ब्रिज टूट जाने से लगभग 135 लोगों की मृत्यु हो गई।

प्रधानमंत्री ने उन सभी के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की, जिन्होंने इस दुर्घटना में अपने प्राण खो दिये। उन्होंने आश्वस्त किया कि सरकार पीड़ितों के परिवार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।

प्रधानमंत्री ने मोरबी में हुई दुर्घटना के पीड़ितों के लिए पीएमएनआरएफ से अनुग्रह राशि की घोषणा की
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 30 अक्टूबर को मोरबी में हुई दुर्घटना के पीड़ितों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से अनुग्रह राशि की घोषणा की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, “श्री नरेन्द्र मोदी ने मोरबी में हुई दुर्घटना में जान गंवाने वालों में से प्रत्येक के निकटतम परिजन के लिए पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। घायल लोगों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।”

श्री मोदी ने देशवासियों को आश्वस्त किया कि बचाव अभियानों में कोई कसर बाकी नहीं रखी जायेगी।

प्रधानमंत्री ने मोरबी में दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया तथा पीड़ित परिवार से की मुलाकात

मोरबी पहुंचने पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल के साथ दुर्घटना स्थल का दौरा किया। श्री मोदी मोरबी सिविल अस्पताल गए, जहां घायलों का इलाज चल रहा है और घायल पीड़ितों से मिले। उन्होंने पीड़ित परिवार से भी मुलाकात की और उन्हें सांत्वना दी।

इसके अलावा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राजभवन, गांधीनगर में मोरबी में स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री को मोरबी में हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना के बाद से जारी बचाव और राहत कार्यों के बारे में जानकारी दी गई। हादसे से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा की गई। श्री मोदी ने एक बार फिर यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता मिले।

उच्च स्तरीय बैठक में गुजरात के मुख्यमंत्री सर्वश्री भूपेंद्र भाई पटेल, गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी, गुजरात के मुख्य सचिव और डीजीपी सहित राज्य के गृह विभाग और गुजरात राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण सहित अन्य शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया।

वडोदरा

प्रधानमंत्री ने गुजरात के वडोदरा में सी-295 विमान निर्माण संयंत्र का किया शिलान्यास

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 30 अक्टूबर को गुजरात के वडोदरा में सी-295 विमान निर्माण संयंत्र का शिलान्यास किया। उन्होंने ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत एयरोस्पेस उद्योग में तकनीकी और विनिर्माण संबंधी प्रगति को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी का भी दौरा किया।

सभा को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि आज भारत को दुनिया का बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की दिशा में हम बहुत बड़ा कदम उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत आज अपना फाइटर प्लेन बना रहा है। भारत आज अपना टैंक बना रहा है, अपनी सबमरीन, दवाएं, टीके, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, मोबाइल फोन और कार बना रहा है, जो कई देशों में लोकप्रिय है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि मेक इन इंडिया, मेक फॉर द ग्लोब के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा भारत, आज अपने सामर्थ्य को और बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि अब भारत, ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट का भी बहुत बड़ा निर्माता बनेगा। श्री मोदी ने कहा कि उन्हें ऐसा लग रहा है कि भारत जल्द ही बड़े यात्री विमानों का निर्माण करेगा, जिस पर गर्व से ‘मेड इन इंडिया’ लिखा रहेगा।

उन्होंने कहा कि आज जिस संयंत्र का शिलान्यास किया गया, उसमें देश के रक्षा और परिवहन क्षेत्र को बदलने की ताकत है। श्री मोदी ने कहा कि यह पहली बार है कि भारतीय रक्षा क्षेत्र में इतना बड़ा निवेश हो रहा है। उन्होंने कहा कि यहां बनने वाले ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट हमारी सेना को तो ताकत देंगे ही, इससे एयरक्राफ्ट मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक नए इकोसिस्टम का भी विकास होगा।

श्री मोदी ने कहा कि वडोदरा जो एक सांस्कृतिक और शिक्षा के केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है, अब एक विमानन क्षेत्र के हब के रूप में एक नई पहचान विकसित करेगा। प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस परियोजना से 100 से अधिक एमएसएमई भी जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द ग्लोब’ के वादे को इस जमीन से नई गति मिलेगी, क्योंकि यह परियोजना भविष्य में अन्य देशों से निर्यात के लिए ऑर्डर लेने में सक्षम होगी।

मुख्य बातें

 मेक इन इंडिया, मेक फॉर द ग्लोब के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा भारत
 एयर ट्रैफिक के मामले में हम दुनिया के शीर्ष तीन देशों में पहुंचने वाले हैं
 भारत किफायती लागत पर निर्माण और उच्च उत्पादन का अवसर पेश कर रहा है
 आज का भारत, एक नए माइंडसेट, एक नए वर्क कल्चर के साथ काम कर रहा है
 आज हमारी पॉलिसी स्टेबल है, प्रिडिक्टेबल है और फ्यूचरिस्टिक है
 हमारा लक्ष्य 2025 तक अपने रक्षा निर्माण को 25 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक करना है। हमारा रक्षा निर्यात भी 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक होगा

अहमदाबाद

प्रधानमंत्री ने अहमदाबाद में विभिन्न रेल परियोजनाओं को देश को समर्पित किया

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर को असारवा, अहमदाबाद में 2900 करोड़ से अधिक की दो रेल परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया। सभा को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि गुजरात के विकास के लिए, गुजरात की कनेक्टिविटी के लिए आज बहुत बड़ा दिन है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि गुजरात के लाखों लोग जो एक बड़े क्षेत्र में ब्रॉड गेज लाइन न होने की वजह से परेशान रहते थे, उन्हें आज से बहुत राहत मिलने जा रही है।

श्री मोदी ने कहा कि पूरे रूट का कायाकल्प हो गया है। अब असारवा से हिम्मतनगर होते हुए उदयपुर तक मीटर गेज लाइन, ब्रॉड गेज में बदल गई है। उन्होंने बताया कि गुजरात का यह हिस्सा अब सीधे पड़ोसी राज्य राजस्थान के साथ-साथ पूरे देश से जुड़ जाएगा। लूणीधर-जेतलसर के बीच जो गेज परिवर्तन का काम हुआ है, वह भी इस क्षेत्र में रेलवे कनेक्टिविटी को आसान करेगा। यहां से निकली ट्रेनें देश के किसी भी हिस्से में जा सकेंगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद दशकों तक हमारे देश में अमीर-गरीब की खाई, गांव-शहर की खाई, असंतुलित विकास बहुत बड़ी चुनौती रहे हैं। सरकार इस चुनौती का समाधान करने में जुटी है। ‘सबका विकास’ की हमारी नीति एकदम साफ है। इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य सुविधाएं मध्यम वर्ग और गरीबों को गरीबी से लड़ने का साधन उपलब्ध कराती हैं।

थराद, बनासकांठा

थराद, बनासकांठा में 8000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की रखी गई आधारशिला

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 31 अक्टूबर को गुजरात के थराद, बनासकांठा में 8000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि इन परियोजनाओं से बनासकांठा, पाटन और मेहसाणा सहित गुजरात के छह से अधिक जिलों में सिंचाई सुविधाओं में मदद मिलेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जब से मैं भूमि का ‘सेवक’ बना हूं, हमारी सरकार ने इस क्षेत्र की समस्याओं की पहचान की और पूरे समर्पण एवं ईमानदारी के साथ उनके समाधान की दिशा में काम किया। श्री मोदी ने कहा कि हमने जल संरक्षण, निर्मित चेक डैम और तालाबों पर ध्यान केंद्रित किया।

प्रधानमंत्री ने सुजलम-सुफलाम योजना, वासमो योजना और पानी समितियों का उदाहरण दिया। उन्होंने महिलाओं द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की भी चर्चा की, जिसके परिणामस्वरूप कच्छ सहित पूरा उत्तर गुजरात क्षेत्र ड्रिप सिंचाई और ‘प्रति बूंद अधिक फसल’ मॉडल के साथ फल-फूल रहा है, जबकि क्षेत्र में कृषि, बागवानी के साथ-साथ पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है।